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Health:छोटे बालकों के रोगी होने के कुछ कारण | Some reasons why children are sick

छोटे बालकों के रोगी होने के कुछ कारण 

आयुर्वेद ग्रंथों में बच्चों के रोगी होने के निम्न कारण बताए गए हैं—
  1. माताएँ बच्चे को जब अपना दूध नहीं पिलाती और गौ या अन्य किसी प्रकार के दूध पिलाती हैं , तो बालक रुग्ण हो जाता है । 
  2. बालक को अधिक या जल्दी - जल्दी दूध पिलाने से भी वह रोगग्रस्त हो जाता है । 
  3. माता की अजीर्णता की अवस्था में भी वह दूध पीकर बीमार हो जाता है ।
  4. अत्यंत गरम या अत्यंत ठंडा दूध पीने से बालक के शरीर में रोग हो जाते हैं । 
  5. आधी रात के लगभग दुग्धपान कराने से वह रोग युक्त हो जाता है । 
  6. माता के अपथ्य से भी दूध पीने वाला बच्चा दुखी रहता है ।  दुग्ध या अन्नभोजी बालक को मैदा का गरिष्ठ पदार्थ खिलाने से रोग युक्त होता है । 
  7. ठंडी खिचड़ी या चावल आदि पदार्थ खाने से रोग युक्त होता है ।
  8. मलिन वस्त्र पहनाए रखने तथा नित्य स्नान न कराने से भी बालक बीमार हो सकता है । 
  9. मिट्टी या खरिया आदि के खाने से भी बालक के उदर में रोग हो जाते हैं । 
  10. अधिक पौष्टिक पदार्थों का सेवन कराने से । 
  11. बच्चे को कम सोने देने से । 
  12. उसके मल - मूत्र की अच्छी तरह सफाई न होने से । 
  13. उसको ठीक समय पर दुग्ध आदि उनकी खुराक न मिल सकने से । 
  14. किसी बीमार से छूत की बीमारी लग जाने के कारण या अन्य रोगी बालकों का जूठा खाने से बालक बीमार हो जाता है । 
  15. बच्चे को हर समय गोद में लिए रहने से वह रोगी हो जाता है । 
  16. बालक को अधिक व मैले कपड़े पहनाने से उसका स्वास्थ्य बिगड़ जाता है । 
  17. बुरे स्थानों में बच्चे के खेलने से । 
  18. खेलने के लिए टीन और रबर आदि के खिलौने देने से । 
  19. भोजन में चाय या बरफ देने से ।
  20. भयानक रूप देखने से अथवा भयानक शब्द सुनने से । 
  21. माता के अशुद्ध रहने से । 
  22. बच्चे के शरीर में तेल आदि की मालिश न करने से । 
  23. बच्चे को हर किसी स्त्री को खिलाने के लिए दे - देने के कारण भी उसके शरीर में रोग लग जाता है । 
  24. प्रायः देखा जाता है कि घर के काम - धंधे पूरे करने के लिए माताएँ बालक को अफीम या पोश्त का नशा कराके एक स्थान पर लिटा देती हैं जिससे घर के काम को वेखटके कर लेती हैं , किंतु इससे भारी हानि यह होती है कि बच्चा कभी ऐसे नशे में आ जाता है कि फिर कभी जगता नहीं , इसलिए उसे नशीली वस्तुओं से भी बचाना चाहिए । 
  25. बच्चे को खिलाने - पिलाने के बाद स्नान नहीं कराना चाहिए , इससे उसके रुग्ण हो जाने की आशंका है । 
  26. प्रत्येक वस्तु को जो भी पड़ी हुई दीख जाती हैं मुँह में दे लेने के कारण बच्चे के स्वास्थ्य में खराबी आ जाती है ।
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