मनुष्यों में होने वाला आनुवंशिक रोग
वर्णान्धता ( Colourblindness ) :-
- इसमें रोगी को लाल एवं हरा रंग पहचानने की क्षमता नहीं होती है । इसमें लाल रंग हरा दिखाई पड़ता है ।
- इस रोग से मुख्य रूप से पुरुष प्रभावित होता है ।
- स्त्रियों में यह तभी होता है जब इसके दोनों गुणसूत्र ( XX ) प्रभावित हों ।
- इस रोग की वाहक स्त्रियाँ होती हैं ।
हीमोफीलिया ( Haemophilia ) :-
- इस रोग में व्यक्ति के चोट लगने पर आधा घंटा से 24 घंटे ( सामान्य समयान्तराल औसतन 2-5 मिनट ) तक रक्त का थक्का नहीं बनता है ।
- यह मुख्यतः पुरुषों में होता है ।
- स्त्रियों में यह रोग तभी होता है जब इसके दोनों गुणसूत्र ( XX ) प्रभावित हों ।
- इस रोग की वाहक स्त्रियाँ हैं ।
- हेल्डेन का मानना है कि यह रोग ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया से प्रारंभ हुआ ।
टर्नर सिन्ड्रोम ( Turner's syndrome ) :-
- यह रोग स्त्रियों में होता है ।
- इस रोग से ग्रसित स्त्रियों में गुणसूत्रों की संख्या 45 होती हैं । ( 44A + XO )
- इसमें शरीर अल्पविकसित , कद छोटा एवं वक्ष चपटा होता है । जननांग प्रायः अविकसित होता है , जिससे वे बांझ ( Sterile ) होती हैं ।
क्लीनेफेल्टर सिन्ड्रोम ( Klinefelter's syndrome ) :-
- यह रोग पुरुषों में होता है ।
- इस रोग से ग्रसित पुरुषों में गुणसूत्रों की संख्या 47 होती है ।
- इसमें पुरुषों का वृषण अल्पविकसित एवं स्तन स्त्रियों के समान विकसित हो जाता है ।
- इस रोग से ग्रसित पुरुष नपुंसक होता है ।
डाउन्स सिन्ड्रोम ( Down's syndrome ) :-
- इस रोग से ग्रसित रोगी मन्द बुद्धि , आँखें टेढ़ी , जीभ मोटी तथा अनियमित शारीरिक ढाँचा होता है ।
- इसे मंगोलिज्म ( Mangolism ) भी कहते हैं ।
पटाऊ सिन्ड्रोम ( Patau's Syndrome ) :-
- इसमें रोगी का ऊपर का ओठ बीच से कट जाता है ।
- तालु में दरार ( Cleft Plate ) हो जाता है । इस रोग में रोगी मन्द बुद्धि , नेत्ररोग आदि से प्रभावित हो सकता है ।