धातुओं से संबंधित विविध तथ्य
- फ्लैश बल्बों में नाइट्रोजन गैस के वायुमंडल में मैग्नेशियम का तार रखा रहता है ।
- एल्युमिनियम हाइड्रॉक्साइड , कपड़ों को अदाह्य बनाने तथा जलरोधी कपड़े तैयार करने में उपयोग किया जाता है ।
- कैल्सियम कार्बाइड पर जल की प्रतिक्रिया से एसीटिलीन गैस उत्पन्न होती है ।
- पिटवाँ लोहा ( Wrought iron ) में कार्बन की मात्रा सबसे कम (0.12-0.25 %) रहती है । अतः यह अपेक्षाकृत शुद्ध होता है ।
- आयरन ( III ) ऑक्साइड ( `Fe_2O_3` ) के साथ एल्युमिनियम की अभिक्रिया का उपयोग रेल की पटरी एवं मशीनी पुर्जी की दरारों को जोड़ने के लिए किया जाता है । इस अभिक्रिया को थर्मिट अभिक्रिया कहते हैं ।
- शरीर में लोहे की कमी से एनीमिया तथा अधिकता से लौहमयता रोग होता है । अफ्रीका के बाँटू आदिवासियों में लौहमयता ( Siderosis ) रोग पाया जाता है । ऐसा उनमें लोहे का बर्तन में बीयर सेवन के कारण होता है ।
- कैल्सियम फॉस्फेट मानव हड्डियों में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाता है ।
- टिन की अधिक मात्रा युक्त काँसा को श्वेत काँसा कहते हैं ।
- जिंक फॉस्फाइड का उपयोग चूहा विष के रूप में होता है ।
- लकड़ी की वस्तुओं को कीड़ों बचाने के लिए उस पर जिंक क्लोराइड का लेपन किया जाता है ।
- जिंक ऑक्साइड को जस्ते का फूल कहते हैं । इसका ह्वाइट अथवा चाइनीज ह्वाइट के नाम से सफेद पेंटों में प्रयोग किया जाता है । इसका उपयोग मरहम तथा चेहरे के क्रीम बनाने में किया जाता है ।
- सिल्वर क्लोराइड ( AgCl ) को हॉर्न सिल्वर कहा जाता है । इसका उपयोग फोटोक्रोमेटिक काँच बनाने में होता है ।
- सिल्वर आयोडाइड का उपयोग कृत्रिम वर्षा कराने में होता है ।
- सिल्वर नाइट्रेट ( `AgO_3` ) का प्रयोग निशान लगाने वाली स्याही बनाने में किया जाता है । मतदान के समय मतदाताओं की अंगुलियों पर इसी का निशान लगाया जाता है । सूर्य की प्रकाश में अपघटित हो जाने के कारण इसे रंगीन बोतलों में रखा जाता । सिल्वर ब्रोमाइड ( AgBr ) का उपयोग फोटोग्राफी में होता है।
- चाँदी के चम्मच से अंडा खाना वर्जित रहता है , क्योंकि चाँदी अंडे में उपस्थित गंधक से प्रतिक्रिया कर काले रंग का सिल्वर सल्फाइड ( `Ag_3S` ) बनाती है , जिससे चम्मच नष्ट हो जाता है ।
- सोना को कठोर बनाने के लिए उसमें ताँबा या चाँदी मिलाया जाता है । शुद्ध सोना 24 कैरेट का होता है । आभूषण बनाने के लिए 22 कैरेट सोने का उपयोग होता है ।
- आयरन पायराइट्स ( `FeS_2` ) को झूठा सोना या बेवकूफों का सोना कहते हैं ।
- स्वर्ण लेपन में पोटैशियम ओरिसायनाइड का प्रयोग विद्युत् अपघट् के रूप में होता है ।
- ऑरिक क्लोराइड का उपयोग सर्प विषरोधी सूई बनाने में होता है ।
- प्लैटिनम को ' सफेद सोना ' कहा जाता है ।
- पारा को क्विक सिल्वर के नाम से भी जाना जाता है । इसका निष्कर्षण मुख्यतः सिनेबार से होता है । पारा को लौह पात्र में रखा जाता है , क्योंकि यह लोहे के साथ अमलगम नहीं बनाता है । ट्यूब लाइट में सामान्यतः पारा का वाष्प और आर्गन गैस भरी रहती है ।
- सीसा सबसे अधिक स्थायी तत्व है । इसका उपयोग कागज पर लिखने में होता है ।
- लेड आर्सेनिक नामक मिश्रधातु का उपयोग गोली बनाने में होता है । कार्बन सीसा का उपयोग कृत्रिम अंगों के निर्माण में होता है ।
- लेड ऑक्साइड को लीथार्ज कहा जाता है , जो एक उभयधर्मी ऑक्साइड है । इसका उपयोग रबर उद्योग में , स्टोरेज बैटरी के निर्माण में तथा फ्लिण्ट काँच बनाने में होता है ।
- बेसिक लेड कार्बोनेट को ह्वाइट लेड कहा जाता है । इसे सफेदा के नाम से भी जाना जाता है ।
- लेड टेट्राइथाइल का उपयोग अपस्फोटन रोकने में किया जाता है ।
- लेड पाइप पीने के जल को ले जाने के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं , क्योंकि ये वायु मिश्रित जल के साथ घुल कर विषैले लेड हाइड्रॉक्साइड उत्पन्न करते हैं ।
- विद्युत उपकरणों में प्रयुक्त होने वाला फ्यूज तार लेड और टिन से बना मिश्रधातु होता है ।
- यूरेनियम को आशा धातु कहा जाता है । भारत में यूरेनियम का सर्वाधिक उत्पादन झारखंड होता है । यूरेनियम का समस्थानिक `{}_{92}U^{238}` रेडियो सक्रियता प्रदर्शित नहीं करता है ।
- यूरेनियम कार्बाइड का उपयोग हैबर विधि में अमोनिया के उत्पादन में उत्प्रेरक के रूप में किया जाता है । यूरेनियम का उपयोग परमाणु ऊर्जा के उत्पादन में होता है ।
- यूरेनियम के नाइट्रेट एवं एसीटेट का उपयोग फोटोग्राफी में होता है ।
- यूरेनियम धातु का निष्कर्षण मुख्यतः उसके अयस्क पिंचब्लैंड से किया जाता है ।
- प्लूटोनियम एक भारी रेडियोसक्रिय धातु है । यह एक्टीनाइड श्रेणी का सदस्य है । इसका उपयोग परमाणु बम बनाने में होता है । नागासाकी पर गिराए गए परमाणु बम इसी से बने हुए थे ।
- हरा कसीस ( Green vitriol ) फेरस सल्फेट ( `FeSO_47H_2O` ) को कहते हैं । इसे रोमन विट्रोल ( Roman vitriol ) भी कहते हैं ।
- उजला थोथा ( White vitriol ) जिंक सल्फेट ( `ZnSO_4.7H_2O` ) को कहते हैं ।
- नीला थोथा ( Blue Vitriol ) कॉपर सल्फेट ( `CuSO_45H_2O` ) को कहते है । इसे तूतिया भी कहा जाता है ।
- लाल थोथा ( Red vitriol ) कोबाल्ट सल्फेट ( `CoSo_4.7H_2O` ) को कहते हैं।
- जिंक फॉस्फाइड का उपयोग कृंतकनाशी , चूहा मारने वाले दवा के रूप में किया जाता है ।
- जिंक फॉस्फेट रंगने का काम आने वाला तीखा पदार्थ है ।
- क्विक सिल्वर , पारा ( Hg ) को कहा जाता है । यह सदा किसी भी अमलगम का एक घटक होता है ।
- मोनाजाइट बालू में थोरियम पाया जाता है ।
- मोबाइल फोन बैटरियों में मुख्यतः लीथियम धातु का प्रयोग किया जाता है ।
- प्याज लहसुन में गंध पोटैशियम की उपस्थिति के कारण होती है ।
- पोटैशियम ब्रोमाइड का प्रयोग फोटोग्राफी में , मोनो पोटैशियम टार्टरेट का प्रयोग बेकरी में , पोटैशियम सल्फेट का प्रयोग उर्वरक के रूप में व पोटैशियम नाइट्रेट का उपयोग बारूद बनाने में किया जाता है ।
- मोती की रासायनिक संरचना है — कैल्सियम कार्बोनेट
- माणिक्य एवं नीलम एल्युमिनियम के ऑक्साइड ( `AI_2O_3` ) है | लेकिन माणिक्य का लाल रंग क्रोमियम ऑक्साइड के कारण होता है ।
- ऑडियो एवं वीडियो टेप पर आयरन ऑक्साइड का लेप रहता है ।
- लेड पेंसिल में लेड का प्रतिशत शून्य होता है ।
- बोरेक्स या सुहागा का रासायनिक नाम सोडियम टेट्राबोरेट ( `Na_2\lbrack B_4O_5(OH)_48H_2O` ) है । इसमें सूजन को कम करने वाले , कसैले , रोगाणुरोधी , बलगम निकालने वाले गुण पाए जाते हैं ।
- प्लूटोनियम नामक तत्व सबसे पहले कृत्रिम रूप से उत्पादित किया गया। इसकी खोज से संबंधित वैज्ञानिक हैं — ग्लेन टी.सीबोर्ग , आर्थर वाह्ल , जोसेफ डब्लू केनेडी एवं इडयिन मैकमिलन ।
- कैल्सियम ऑक्साइड का प्रयोग शुष्क के रूप में होता है ।
- परमाण्वीय घड़ियों में एक टाइमकीपर के रूप में सीजियम का प्रयोग किया जाता है ।
- एल्युमिनियम उभयधर्मी ऑक्साइड बना सकता है ।
YOU CAN READ .......
Join on telegram Group 👇👇
Join on Whatsapp group👇👇